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Sunday, May 15, 2011

बन बन डार डार, मेघा रे!

बन बन डार डार, मेघा रे!
ओ बदरा रे! मेघा रे!

उमड़ घुमड कर मेघा बरसे,
बिजुरी चमके, दामिनी दरसे,
दादुर, मोर, पपीहा बोले,
मनवा डोले, होले होले,
गड़ गड़ गरजे, रिम झिम बरसे,
इन्द्रधनुष सतरंगी रे!
ओ बदरा रे! मेघा रे!

कारी घटा घन फिर उमडावत,
पपीहा बोले मन घबरावत,
लरज लरज बदरिया बरसे,
हियमें सुधि प्रियतम की सरसे,
मेघ, मल्हार, बजे बंसुरिया,
राधा संग नाचे सांवरिया
ओ बदरा रे! मेघा रे!

3 comments:

  1. कारी घटा घन फिर उमडावत,
    पपीहा बोले मन घबरावत,
    लरज लरज बदरिया बरसे,
    हियमें सुधि प्रियतम की सरसे,
    मेघ, मल्हार, बजे बंसुरिया,
    sunder shabdon se saja geet
    saader
    rachana

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  2. Thanks
    Rachna ji,and
    Manoj kumar ji for your appereciation.

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