समय का चक्र,
नियति वक्र ,
काम है उसका,
चलते रहना,
कभी न रुकना,
कभी न थमना,
मोड़ों पर वह दस्तक देता,
सफलता का संकेत कराता,
तुम बस उसके साथ हो लेना,
प्रतीक्षा करने को न कहना,
प्रतीक्षा का वह नाम न जाने,
थकने का वह काम न जाने,
चिरंतन काल से चल रहा है,
चिरंतन काल तक वह चलेगा,
नहीं थमेगा,
नहीं रुकेगा.
आगे आगे बढ़ता जाये,
पीछे का काम न भाये,
उस ही के साथ तुम हो लो
नहीं, वह आगे हो जायेगा.
तुम फिर पीछे रह जाओगे.
सिर धुन धुन कर पछताओगे,
नियति वक्र ,
काम है उसका,
चलते रहना,
कभी न रुकना,
कभी न थमना,
मोड़ों पर वह दस्तक देता,
सफलता का संकेत कराता,
तुम बस उसके साथ हो लेना,
प्रतीक्षा करने को न कहना,
प्रतीक्षा का वह नाम न जाने,
थकने का वह काम न जाने,
चिरंतन काल से चल रहा है,
चिरंतन काल तक वह चलेगा,
नहीं थमेगा,
नहीं रुकेगा.
आगे आगे बढ़ता जाये,
पीछे का काम न भाये,
उस ही के साथ तुम हो लो
नहीं, वह आगे हो जायेगा.
तुम फिर पीछे रह जाओगे.
सिर धुन धुन कर पछताओगे,
No comments:
Post a Comment